The Department of Philosophy was established in 1964. M.A & Ph.D courses are run by the department.
दर्शनशास्त्र विभाग अपनी स्थापना काल से ही ऐसे स्नातक, परास्नातक एवं शोधार्थी तैयार करने की दृष्टि से सञ्चालित है, जो भारतीय ऋषियों के दिव्य दार्शनिक अन्वेषणों को विश्व पटल पर सशक्त ढंग से प्रस्तुत कर सकें एवं दार्शनिक दृष्टिकोण की सहायता से व्यक्तिगत एवं सामाजिक जीवन में उत्पन्न होने वाले सम्यक् ज्ञान, परमतत्त्व एवं नैतिक मूल्यों से सम्बन्धित समस्याओं का कुशलतापूर्वक समाधान कर सकें।
विभाग में योग, नीतिशास्त्र एवं तर्कशास्त्र में डिप्लोमा कोर्स को आरम्भ करना विभाग का भावी लक्ष्य है। जिसके कार्यान्वयन से प्रत्येक उस विद्यार्थी को लाभ होगा जो अल्प समय में उक्त जीवनोपयोगी विषयों का सम्यक् ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं। तर्क, नैतिकता तथा योग, ये तीनों विषय मानव के जीवन को सुगम करने में सहायक सिद्ध होंगे । इन विषयों में डिप्लोमा कोर्स का आरम्भ होना प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से भी लाभदायक सिद्ध होगा, क्योंकि लगभग प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभागी की तार्किक एवं नैतिक दक्षता की परीक्षा अनिवार्य रूप से होती है । योग-विद्या परीक्षार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य एवं सन्तुलन हेतु महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ऐसे में इन तीनों विषयों का विशिष्ट अध्ययन समयकाल की दृष्टि से अवश्य ही प्रासंगिक है।